दोस्तों अक्सर लोग मुझसे यह सवाल जरूर पूछते है कि
~ क्या अंग्रेजी सीखना जरूरी है ?
~ क्यों मै अपनी मातृभाषा में बात नहीं कर सकता?
~ क्यों अंग्रेजी मेरी सफलता के लिये इतना जरूरी है?
क्या जिन्हें अंग्रेजी नहीं आती वो जीवन में आगे नहीं बढ़ पाते?
और एैसे ही अनगिनत सवाल मुझसे तब पुछे जाते हैं जब मैं किसी विश्वविद्यालय या किसी भी शैछणिक संस्थान में सेमिनार को संबोधित करने जाता हूँ |
आप में से भी कई लोगों के दिमाग में निश्चित ही इस तरह के कई सवाल कभी ना कभी जरूर आए होंगे
दोस्तों इस विषय में अपनी राय आपके सामने लाने से पहले मैं आपसे कुछ सवाल पूछना चाहता हूं
~ क्या श्री नरेन्द्र मोदी जी को प्रधानमंत्री बनने के लिए अंग्रेजी सीखने की जरूरत पड़ी थी?
~ क्या श्री महेन्द्र सिंह धोनी जी को भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान बनने के लिए अंग्रेजी सीखने की जरूरत पड़ी थी?
~ क्या श्री कपिल देव जी को 1983 का विश्व विजेता बनने के लिए अंग्रेजी सीखने की जरूरत पड़ी थी?
नहीं... इनमें से किसी ने भी अपने क्षेत्र में अपनी पहचान अंग्रेजी की वजह से नहीं बनाई बल्कि अपने काम को पूरे आत्मविश्वास के साथ पूरा करके बनाई जिससे एक बात पूरी तरह से स्पष्ट हो जाती है कि सफलता से आपका परिचय आपका अपना आत्मविश्वास और तन्मयता कराती है|
लेकिन आगे चलकर इन्हें भी अंग्रेजी सीखनी पड़ी क्योंकि इन्हें अंतर्राष्ट्रीय मंच पर अपने आपको ब्यक्त करने के लिए यह जरूरी था |
दोस्तों, अंग्रेजी ही एकमात्र ऐसी भाषा है जो पूरी दुनिया में बोली और समझी जाती है ऐसे में जब तक हम अपने आप को इसमें मजबूत नहीं कर लेते तो कहीं ना कहीं हमें मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता हैl
साथ ही अगर कोई हमारे सामने अगर धाराप्रवाह अंग्रेजी बोलता है तो हम स्वाभाविक रूप से उससे प्रभावित हो जाते हैं |
अब आप समझ ही चुके होंगे कि अंग्रेजी का हमारे जीवन में कितना महत्व है तो बने रहिए मेरे साथ और पीयेंगे के कुछ ही दिनों में आपको अंग्रेजी सीखने में मजा आने लगेगा |
दीपक तिवारी
English Acharya
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